Sunday, April 28th, 2024

MHRD ने जारी की रैंकिंग, मेनिट सात रैंक नीचे और आरजीपीवी बाहर

मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एनआईआरएफ की राष्ट्रीय स्तर की रैंकिंग में राजधानी के पांच शिक्षण संस्थानों को स्थान मिला है।पिछले साल की रैंकिंग के मुकाबले मैनिट, एसपीए और आईआईएफएम बुरी तरह पिछड़ गए हैं। मैनिट 62वंे तो आईआईएफएम 60वें नंबर पर पहुंच गए हैं। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को कोई स्थान नहीं मिला है। यही कारण है कि मेनिट में निकली प्रोफेसर के पदों पर आरजीपीवी के प्रोफेसर के सिरे से नकारते हुये बाहर कर दिया गया था। इसके बाद भी आरजीपीवी एनईआरएफ में कोई स्थान नही ले स्का है।

 

रैंकिंग की श्रेणियों में देशभर के टॉप 100 शिक्षण संस्थानों के साथ ही विश्वविद्यालय, कॉलेज, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, मेडिकल, आर्किटेक्चर, लॉ के टॉप संस्थान शामिल किए गए हैं। भोपाल में मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान मैनिट को 62 वीं रैंक, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट मैनेजमेंट को 60 वां स्थान, स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर को 6वां स्थान और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च आईसर को 37 वां स्थान प्राप्त हुआ है। वहीं नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू) को पहली बार 11वीं रैंक मिली है। शिक्षण और संसाधन, अनुसंधान और कामर्शिलय प्रैक्टिस, स्नातक परिणाम, आउटरीच और विशिष्टता और धारणा के आधार पर तैयार की गई है। एनआईआरएफ रैंकिंग के लिए 4000 से अधिक संस्थानों ने अपना डेटा जमा किया था। 

62 पर पहुंचा मैनिट

मैनिट छात्रों को मिलने वाली स्कॉलरशिप, विकलांगों के लिए अलग से डिजाइन किए गए टॉयलेट्स, रिसर्च प्रोजक्ट्स के साथ ही छात्रों के नवाचार और प्लेसमेंट आदि को भी देखा गया। छात्रों की दी जाने वाली सुविधाओं को भी आधार बनाया गया। 2017 में मैनिट की 74वीं रैंक थी लेकिन इंचार्ज डायरेक्टर की मेहनत से रैंकिंग बढ़ी और 55वीं रैंक 2018 में मैनिट को हासिल हुई। इसके बावजूद इस बार एनआईआरएफ की टीम मैनिट आई तो उन्हें अच्छा रिस्पांस नहीं मिला। वहीं डायरेक्टर का विवाद भी रैंकिंग को प्रभावित कर गया। लिहाजा मैनिट की रैंकिंग 10 अंक खिसककर 62 पर पहुंच गई है। हालांकि पहली बार आर्किटेक्चर के क्षेत्र में मैनिट को देश में 14वीं रैंक हासिल हुई है। यह रैंकिंग मैनिट के स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर विभाग को जारी हुई है।

पिछड़ रहा है आईआईएफएम

आईआईएफएम देश में वन प्रबंधन पर डिग्री देने वाला प्रतिष्ठित संस्थान है। इसके बावजूद इसकी रैंकिंग दिनोंदिन विवाद में आने के कारण पिछड़ते जा रही है। 2017 में आईआईएफएम की रैंकिंग 34वीं थी। जो 2018 में  41वीं हो गई और अब 2019 में 60वीं रैंक आईआईएफएम ने हासिल की है। स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) को आर्किटेक्चर के क्षेत्र में नवाचार, रिसर्च वर्क और प्लेसमेंट के आधार पर अंक मिले है, लेकिन इसकी रैंकिंग पिछले साल की मुकाबले पिछड़ गई है। एसपीए को 2018 मंे आर्किटेक्चर में 5वें नंबर पर रहने वाला ये संस्थान अब छटवे नंबर पर है।

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